ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्राद्ध पक्ष की अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष भी कम होता है
आज का हिन्दू पंचांग
दिनांक 16 सितम्बर 2020
दिन - बुधवारविक्रम संवत - 2077
शक संवत - 1942
अयन - दक्षिणायनऋतु - शरदमास - अश्विन (गुजरात एवं
महाराष्ट्र अनुसार - भाद्रपदपक्ष - कृष्ण
तिथि - चतुर्दशी रात्रि 07:56 तक
तत्पश्चात अमावस्यानक्षत्र - मधा दोपहर 12:21 तक
तत्पश्चात पूर्वाफाल्गुनीयोग - सिद्ध सुबह 07:42 तक
तत्पश्चात साध्यराहुकाल - दोपहर 12:33 से दोपहर
02:05 तकसूर्योदय - 06:27
सूर्यास्त - 18:39
(सूर्योदय और सूर्यास्त के समय मे हर जिले के लिए अंतर हो सकता है)दिशाशूल - उत्तर दिशा मेंव्रत पर्व विवरण -
आग-दुर्घटना-अस्त्र-शस्त्र-अपमृत्यु से मृतक का श्राद्ध, षडशीती संक्रांति (पुण्यकाल
दोपहर 12:34 से
सूर्यास्त तक)विशेष - चतुर्दशी, अमावस्या, श्राद्ध और व्रत के दिन
ब्रह्मचर्य का पालन करे तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है। (ब्रह्मवैवर्त
पुराण, ब्रह्म
खंडः 27.29-38)
सर्व पितृ अमावस्या
श्राद्ध पक्ष की अमावस्या
को सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या कहते हैं। मान्यता है कि इस दिन सभी ज्ञात-अज्ञात
पितरों का श्राद्ध करने से उन्हें मोक्ष की प्राप्ति होती है। इस बार 17 सितम्बर, गुरुवार को यह अमावस्या है।
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, श्राद्ध
पक्ष की अमावस्या पर कुछ विशेष उपाय करने से पितृ प्रसन्न होते हैं और पितृ दोष भी
कम होता है। इसलिए इस दिन भी ये उपाय किए जा सकते हैं।
पीपल में पितरों का वास
माना गया है । सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर पीपल के पेड़ पर जल चढ़ाएं और गाय के
शुद्ध घी का दीपक लगाएं ।
सर्वपितृ मोक्ष अमावस्या पर
किसी ब्राह्मण को भोजन के लिए घर बुलाएं या भोजन सामग्री जिसमें आटा, फल, गुड़ आदि का दान करें ।
इस अमावस्या पर किसी पवित्र
नदी में काले तिल डालकर तर्पण करें ।इससे भी पितृगण प्रसन्न होते हैं ।
सर्वपितृ
मोक्ष अमावस्या पर अपने पितरों को याद कर गाय को हरा चारा खिला दें ।इससे भी पितृ
प्रसन्न व तृप्त हो जाते हैं ।
इस अमावस्या पर चावल के आटे
से 5 पिडं
बनाएं व इसे लाल कपड़े में लपेटकर नदी में प्रवाहित कर दें ।
अमावस्या पर गाय के गोबर से
बने कंड़े को जलाकर उस पर घी-गुड़ की धूप दें और पितृ देवताभ्यो अर्पणमस्तु बोलें
।
इस अमावस्या पर कच्चा दूध, जौ, तिल व चावल मिलाकर नदी में
प्रवाहित करें ।ये उपाय सूर्योदय के समय करें तो अच्छा रहेगा ।
सर्व
पितृ अमावस्या
पितृ पक्ष का आखिरी दिन
पितृ अमावस्या होती है। इस दिन कुल के सभी पितरों का श्राद्ध किया जा सकता है। फिर
चाहे उनकी मृत्यु तिथि पता न हो। तब भी आप पितृ अमावस्या पर उनका तर्पण कर सकते
हैं।
पितृ पक्ष की अमावस्या को सूर्यास्त से पहले ये
उपाय करना है। इस उपाय में एक स्टील के लोटे में, दूध, पानी, काले व
सफेद तिल और जौ मिला लें। इसके साथ कोई भी सफेद मिठाई, एक नारियल, कुछ सिक्के और एक जनेऊ पीपल
के पेड़ के नीचे जाकर सबसे पहले ये सारा सामान पेड़ की जड़ में चढ़ा दें। इस दौरान
सर्व पितृ देवभ्यो नम: का जप करते रहें।
ये मंत्र बोलते हुए पीपल को
जनेऊ भी चढ़ाएं। इस पूरी विधि के बाद मन में सात बार ॐ नमो भगवते वासुदेवाय का जप
करें और भगवान विष्णु से कहें मेरे जो भी अतृप्त पितृ हों वो तृप्त हो जाए। इस
उपाय को करने से पितृ तृप्त होते हैं पितृ दोष का प्रभाव खत्म होता है और उनका
अशीर्वाद मिलने लगता है। हर तरह की आर्थिक और मानसिक समस्याएं दूर होती हैं।
सर्व
पितृ अमावस्या
जिन्होंने हमें पाला-पोसा, बड़ा किया, पढ़ाया-लिखाया, हममें भक्ति, ज्ञान एवं धर्म के
संस्कारों का सिंचन किया उनका श्रद्धापूर्वक स्मरण करके उन्हें तर्पण-श्राद्ध से
प्रसन्न करने के दिन ही हैं श्राद्धपक्ष।चीटियों को खिलाएं यह भोजन
सर्व पितृ अमावस्या पर काली
चीटियों को शक्कर मिला हुआ आटा खिलाएं। ऐसा करने से आपको सभी पापों से मुक्ति
मिलेगी।
जिस प्रकार चारागाह में
सैंकड़ों गौओं में छिपी हुई अपनी माँ को बछड़ा ढूँढ लेता है उसी प्रकार
श्राद्धकर्म में दिए गये पदार्थ को मंत्र वहाँ पर पहुँचा देता है जहाँ लक्षित जीव
अवस्थित रहता है।
पितरों के नाम, गोत्र और मंत्र श्राद्ध में
दिये गये अन्न को उसके पास ले जाते हैं, चाहे वे सैंकड़ों योनियों में क्यों न गये हों। श्राद्ध के अन्नादि
से उनकी तृप्ति होती है। परमेष्ठी ब्रह्मा ने इसी प्रकार के श्राद्ध की मर्यादा
स्थिर की है।"
सर्व पितृ अमावस्या को पितर
भूमि पर आते हैं । उस दिन अवश्य श्राद्ध करना चहिये।
उस दिन श्राद्ध नही करते
हैं तो पितर नाराज होकर चले जाते हैं ।
आप यदि उस दिन श्राद्ध करने
में सक्षम् नही हैं तो उस
दिन तांबे के लोटे में जल भरकर के भगवदगीता के सातवें अध्याय का पाठ करें और मंत्र "ॐ नमो
भगवते वासुदेव" एवं " ॐ ह्रीं श्रीं क्लीं स्वधा देव्यै स्वाहा" की 1-1 माला करके सूर्यनारायण
भगवान को जल का अर्घ्य दें ।
और सूर्य भगवान को बगल ऊँची
करके बोले की मैं अपने पितरों को प्रणाम करता हूँ।
वे मेरी भक्ति से ही
तृप्तिलाभ करें। मैंने अपनी दोनों बाहें आकाश में उठा रखी हैं।और जिनका श्राद्ध
किया जाये उन माता, पिता, पति, पत्नी, संबंधी आदि का स्मरण करके
उन्हें याद दिलायें किः "आप देह नहीं हो। आपकी देह तो समाप्त हो चुकी है, किंतु आप
विद्यमान हो।
आप अगर आत्मा हो.. शाश्वत
हो... चैतन्य हो। अपने शाश्वत स्वरूप को निहार कर हे पितृ आत्माओं ! आप भी
परमात्ममय हो जाओ। हे पितरात्माओं ! हे पुण्यात्माओं !अपने परमात्म-स्वभाव का
स्मऱण करके जन्म मृत्यु के चक्र से सदा-सदा के लिए मुक्त हो जाओ। हे पितृ आत्माओ !
आपको हमारा प्रणाम है। हम
भी नश्वर देह के मोह से सावधान होकर अपने शाश्वत् परमात्म-स्वभाव में जल्दी
जागें.... परमात्मा एवं परमात्म-प्राप्त महापुरुषों के आशीर्वाद आप पर हम पर बरसते
रहें.... ॐ....ॐ.....ॐ...." पितृपक्ष के विषय में शास्त्रों में बताया गया है
कि इन दिनों मनुष्य को अपना आचरण शुद्ध और सात्विक रखना चाहिए। इसलिए भोजन में
मांस-मछली, मदिरा और
तामसिक पदार्थों से परहेज रखना चाहिए।
क्योंकि आप जो भोजन करते
हैं उनमें से एक अंश पितरों को भी प्राप्त होता है। इन दिनों मन और भावनाओं पर
नियंत्रण रखने का प्रयास करें और काम-वासना से बचें।
ज्योतिषशास्त्र में बताया
गया है कि जिनके पितर नाराज हो जाते हैं उनकी ग्रह दशा अच्छी भी हो तब भी उनके
जीवन में हर पल परेशानी बनी रहती है।
श्राद्ध पक्ष में सयंम-नियम
पालन करें, नहीं तो
पितर देंगे शाप...
श्राद्ध
पक्ष में गाय को गुड़ के साथ रोटी खिलाएं और कुत्ते, बिल्ली और कौओं को भी आहार दें। इससे पितरों का
आशीर्वाद आप पर बना रहेगा।
यदि पितृ दोष के कारण आपका
संघर्षमयी जीवन हो तो गौ माता को प्रतिदिन रोटी, गुड़, हरा चारा आदि खिलाएं। अगर प्रतिदिन ना खिला सके तो सिर्फ हर अमावस्या
के दिन खिलाने से भी पितृ दोष समाप्त होता है।
अश्विन अमावस्या मुहूर्तअमावस्या तिथि शुरू: 19:58:17 बजे से
(सितंबर 16, 2020)
अमावस्या तिथि समाप्त: 16:31:32 बजे
(सितंबर 17, 2020)
पंचक 28 सितंबर 09:41 सुबह से 3 अक्तूबर 08:51 सुबह तक एकादशी पद्मिनी एकादशी - 27 सितंबर 2020
परम एकादशी - 13 अक्टूबर 2020
पापांकुशा एकादशी - 27 अक्टूबर 2020
प्रदोष 29 सितंबर ( मंगलवार ) भौम प्रदोष व्रत ( शुक्ल ) 14 अक्टूबर ( बुधवार ) प्रदोष व्रत ( कृष्ण ) 28 अक्टूबर ( बुधवार ) प्रदोष व्रत ( शुक्ल अमावस्यागुरुवार, 17 सितंबर
अश्विन अमावस्याशुक्रवार, 16 अक्टूबर
आश्विन अमावस्या (अधिक) पूर्णिमा गुरुवार, 01 अक्टूबर आश्विन
पूर्णिमा व्रत (अधिक)शनिवार, 31 अक्टूबर अश्विन
पूर्णिमा व्रत
आज का राशिफल
अपनी राशि के अनुसार जानिए क्या कहता है आपका राशिफल।
प्रत्येक राशि का राशिफल चंद्र ग्रह की गणना पर आधारित होता है। राशिफल को निकालते समय पंचांग की गणना और सटीक खगोलीय विवरण का विश्लेषण किया जाता है। वैदिक पूजन के द्वारा दैनिक राशिफल में बारह राशियों का भविष्यफल बताया जाता है। यहाँ पर दिये गए राशिफल को पढ़कर आप अपनी रोजाना की योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है । इस राशिफल में आपके लिए व्यापार, लेन-देन, नौकरी, परिवार, सेहत और मित्रों के साथ संबंध एवं दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।
मेष - पॉजिटिव - समय उत्तम
है। अपने कार्यों तथा मेहनत का पूरा-पूरा फल मिलेगा। मेहमानों के सत्कार में भी
समय व्यतीत होगा। इस समय भाग्य आपका साथ दे रहा है। आर्थिक पक्ष भी मजबूत रहेगा।
तथा आपको अपनी काबिलियत प्रदर्शित करने के भी मौके प्राप्त होंगे।
नेगेटिव- परंतु बातचीत के
लहजे में सावधानी बरतने की जरूरत है। गुस्से की वजह से कोई स्थिति बिगड़ सकती हैं।
किसी प्रकार की भी खरीदारी करते समय अपने बजट का ध्यान अवश्य रखें। मानसिक शांति
के लिए किसी धार्मिक स्थल में कुछ समय व्यतीत करें।
व्यवसाय- समय पूर्णतः आपके
पक्ष में हैं। अपना काम निकलवाने में आप माहिर रहेंगे। और सभी काम सुचारू रूप से
बनने से मन में खुशी रहेगी। टेक्निकल क्षेत्र से जुड़े कार्यों में अप्रत्याशित
सफलता प्राप्त होगी। नौकरी पेशा व्यक्ति कार्य की अधिकता की वजह से परेशान रहेंगे।
लव- घर का वातावरण खुशनुमा
रहेगा। लॉन्ग ड्राइव पर जाने का भी प्रोग्राम बन सकता है।
स्वास्थ्य- गले में
इंफेक्शन की वजह से बुखार महसूस होगा। ठंडे पदार्थों के सेवन से परहेज करें।
भाग्यशाली रंग- ऑरेंज, भाग्यशाली अंक- 2
वृष - पॉजिटिव- धार्मिक तथा
आध्यात्मिक कार्यों में व्यस्तता रहेगी। मकान, दुकान आदि की मरम्मत तथा रंग रोगन संबंधी प्लानिंग होगी। किसी भी
कार्य को योजनाबद्ध तरीके से क्रियान्वित करना आपको अवश्य सफलता प्रदान करेगा।
विद्यार्थियों की शिक्षा व कैरियर से जुड़ी समस्याओं का समाधान मिलेगा।
नेगेटिव- अति आत्मविश्वास
आपके लिए घातक साबित हो सकता है। तथा कुछ काम खराब होने से स्वभाव में चिड़चिड़ाहटपन
महसूस होगी। संतान की वजह से कुछ चिंता भी रहेगी। व्यर्थ के नकारात्मक उपाय करने
से दूर रहे।
व्यवसाय- आर्थिक मामलों में
बहुत सोच समझकर निर्णय लें। किसी को उधार पैसा या माल ना दें क्योंकि वापस आने की
संभावना कम है। आपके साथ कोई विश्वासघात भी हो सकता है, इसलिए किसी बाहरी व्यक्ति
पर अधिक विश्वास ना करें।
लव- पति-पत्नी एक दूसरे की
भावनाओं का सम्मान करेंगे। प्रेम संबंधों में समय व्यर्थ करने की बजाय अपने परिवार
तथा व्यवसाय पर ध्यान दें।
स्वास्थ्य- गैस तथा एसिडिटी
की समस्या रहेगी। गरिष्ठ पदार्थों का सेवन ना करें।
भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 1
मिथुन - पॉजिटिव- आप
शांतिप्रिय तरीके से अपने कार्यों को अंजाम देंगे। भाइयों के साथ भी संबंध मधुर
बनने से परिवार में भी खुशनुमा वातावरण बना रहेगा। भविष्य संबंधी योजनाओं को
गंभीरता से अंतिम रूप देने में सफल रहेंगे।
नेगेटिव- किसी प्रिय वस्तु
के चोरी होने या गुम हो जाने का भय है। इसलिए सावधान रहें तथा अपने क्रोध और वाणी
पर भी काबू रखें। अत्यधिक व्यस्तता की वजह से घर-परिवार को समय नहीं दे पाएंगे।
व्यर्थ की यात्राओं में भी समय नष्ट हो सकता है।
व्यवसाय- व्यापार तथा
व्यवसाय की हर छोटी से छोटी बात को गंभीरता से लें। इससे आपके काम सुगमता पूर्ण
संपन्न होंगे। कामकाज संबंधी किसी शुभ समाचार की प्राप्ति भी होगी। अपने
प्रतिद्वंद्वियों की गतिविधियों को नजरअंदाज ना करें। नौकरी में अतिरिक्त आय की
प्राप्ति का प्रयास ना करें।
लव- पति-पत्नी में आपसी
सामंजस्य का भाव विद्यमान रहेगा। विपरीत लिंगी मित्रों से दूरी बनाकर रखें।
स्वास्थ्य- एलर्जी की वजह
से स्किन संबंधी कोई परेशानी रहेगी। प्रदूषित वातावरण से अपने आप को बचाकर रखें।
भाग्यशाली रंग- गुलाबी, भाग्यशाली अंक- 5
कर्क - पॉजिटिव- लंबे समय से
चली आ रही किसी चिंता व तनाव से राहत मिलेगी। हास-परिहास तथा मनोरंजन आदि कार्यों
में भी समय व्यतीत होगा। रिश्तेदारों के साथ मेलजोल आपसी संबंधों को और अधिक मजबूत
बनाएगा।
नेगेटिव- पिता-पुत्र में
हल्की-फुल्की नोकझोंक हो सकती है। अपनी वाणी व क्रोध पर नियंत्रण रखें तथा बच्चों
के साथ मित्रवत व्यवहार रखने से स्थितियां काफी हद तक सामान्य बनेगी। धार्मिक स्थल
पर जाने से शांति व सुकून प्राप्त होगा।
व्यवसाय- मंदी और महंगाई का
असर व्यवसाय पर भी पड़ेगा। परंतु धैर्य रखें जल्दी ही नए व्यवसायिक अनुबंध प्राप्त
होंगे। किसी कागज व दस्तावेज पर बिना पढ़े हस्ताक्षर ना करें। शेयर्स, सट्टा आदि में भी निवेश
करने के लिए समय उत्तम नहीं है।
लव- घर में किसी प्रकार के
कलह व वाद-विवाद की स्थिति उत्पन्न हो सकती है। घर के मामलों में अधिक हस्तक्षेप
और गुस्सा करने से परहेज रखें।
स्वास्थ्य- ब्लड प्रेशर व
थायराइड संबंधी नियमित जांच अवश्य कराएं। और अपने इलाज में लापरवाही ना बरतें।
भाग्यशाली रंग- लाल, भाग्यशाली अंक- 6
सिंह - पॉजिटिव- आज का दिन
भाग्योदय कारक है। आप किस कार्य में हाथ डालेंगे, सफलता कदम चूमेगी। दौड़-धूप तो अधिक रहेगी परंतु
कार्य की सफलता आपकी थकान को दूर कर देगी। प्रॉपर्टी संबंधी कार्य संपन्न होंगे
तथा अनुभवी व्यक्तियों का साथ मिलेगा।
नेगेटिव- अपने अहम पर अंकुश
लगाकर रखें। बच्चों को पढ़ाई के प्रति आलस आएगा और मन में भटकाव भी रह सकता है। घर
के बड़े बुजुर्गों के मान-सम्मान का ध्यान रखें अन्यथा उनकी नाराजगी सहन करनी पड़
सकती है।
व्यवसाय- व्यापार को आगे
बढ़ाने हेतु कार्य की योजनाएं बनेंगी। कहीं से शुभ समाचार की प्राप्ति होगी।
पार्टनरशिप संबंधी व्यवसाय में पुराने मतभेद समाप्त होने से राहत मिलेगी। नौकरी
में तरक्की संभव है तथा लक्ष्य भी पूर्ण हो जाएगा।
लव- जीवन साथी का पूर्ण
सहयोग रहेगा। परंतु उनके स्वास्थ्य का ध्यान रखना भी आपका कर्तव्य है।
स्वास्थ्य- जोड़ों के दर्द
या नसों में खिंचाव संबंधी परेशानी रहेगी। व्यायाम के लिए भी कुछ समय अवश्य
निकालें।
भाग्यशाली रंग- पीला, भाग्यशाली अंक- 9
कन्या - पॉजिटिव- आपकी
वाकपटुता तथा कार्य करने की शैली से लोग प्रभावित होंगे। समय आर्थिक स्थितियों को
और अधिक मजबूत बनाने के लिए अति उत्तम है। घर में भी आध्यात्मिक तथा सकारात्मक
वातावरण व्याप्त रहेगा।।
नेगेटिव- परंतु समय की कीमत
को अवश्य पहचानें। उचित समय पर काम ना करने से आपको ही नुकसान होगा। पुरानी जायदाद
संबंधी समस्या बढ़ सकती है। जिसकी वजह से रिश्तों में खटास आएगी।
व्यवसाय- कार्य क्षेत्र
संबंधी नई योजनाएं बनेंगी। तथा लंबित मामले भी निपटाने के लिए उचित समय है। लाभ
प्राप्ति के लिए किए गए अनुबंध विकसित होंगे। किसी भी तरह की साझेदारी के लिए समय
उत्तम है।
लव- घर तथा व्यवसाय में
जीवनसाथी का सहयोग रहेगा। जिससे आपके आत्मविश्वास तथा आत्मबल में और अधिक वृद्धि
होगी।
स्वास्थ्य- दवाइयों की बजाय
योग, व्यायाम
और जीवन शैली में बदलाव करके अपने स्वास्थ्य को ठीक रखें।
भाग्यशाली रंग- आसमानी, भाग्यशाली अंक- 3
तुला - पॉजिटिव- आपके मन
में जो भी सपने या कल्पनाएं हैं,
उन्हें पूरा करने के लिए उपयुक्त समय है। लक्ष्य प्राप्ति के लिए आप
किसी भी हद तक भी मेहनत कर सकते हैं। आपको यश और कीर्ति भी मिलेगी। पड़ोसियों से
संबंध मधुर बनेंगे।
नेगेटिव- किसी अप्रिय
व्यक्ति के घर में आगमन से मन खिन्न हो जाएगा। तथा घर में नकारात्मकता हावी रहेगी।
इसलिए ऐसे व्यक्तियों के साथ अधिक समय व्यतीत ना करें। किसी प्रकार का धोखा भी हो
सकता है।
व्यवसाय- कलात्मक तथा
ग्लैमर कार्यों से जुड़े व्यवसाय सफल रहेंगे। साझेदारी के व्यवसाय में आपसी
सामंजस्य मजबूत बनेगा। नौकरी के लिए कंपनियों में अपना बायोडाटा और प्रोफाइल भेजें, आपको सकारात्मक परिणाम
प्राप्त होंगे।
लव- घर की व्यवस्था उचित
बनी रहेगी। जिसकी वजह से मन में चकोर और चैन आएगा। परंतु विवाहेत्तर संबंध आपके
सुखी जीवन में तनाव घोल सकते हैं।
स्वास्थ्य- बदहजमी की वजह
से लिवर संबंधी परेशानी रहेगी। हल्का और सुपाच्य भोजन ग्रहण करें।
भाग्यशाली रंग- नीला, भाग्यशाली अंक- 8
वृश्चिक - पॉजिटिव-
घर-परिवार की सुख सुविधा संबंधी वस्तुओं की खरीदारी होगी। राष्ट्रहित की भावना से
भी सामाजिक कार्यों में सहयोग रहेगा। आर्थिक पक्ष में हालात पहले से बेहतर बनेंगे।
किसी उत्सव या समारोह में जाने का अवसर भी प्राप्त होगा।
नेगेटिव- विद्यार्थियों को
अपनी पढ़ाई पर अधिक ध्यान देने की आवश्यकता है। दूसरों के मामले में हस्तक्षेप करना
आपके लिए ही मान-हानि का कारण बन सकता है। व्यर्थ के झगड़े आदि में ना पड़ें।
व्यवसाय- व्यापार व कामकाज
में कुछ ठोस व महत्वपूर्ण निर्णय लेंगे। तथा कार्यों को त्वरित व गंभीरता से
निपटाने में भी सफल रहेंगे। परंतु अत्यधिक व्यस्तता की वजह से अपने लिए भी समय
निकालना मुश्किल रहेगा। नौकरी में बॉस व अधिकारी की डांट-फटकार सुननी पड़ सकती है।
लव- कोई भी काम जीवनसाथी की
सलाह से करना आपके लिए भाग्योदय दायक रहेगा। प्रेम संबंधों में भी नजदीकियां
आएंगी।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य की
दृष्टि से समय कमजोर है। आलस छोड़कर अपनी दवाइयों को नियमित रूप से लें।
भाग्यशाली रंग- केसरिया, भाग्यशाली अंक- 8
धनु - पॉजिटिव- रोजमर्रा की
दिनचर्या से हटकर आज का दिन आत्म निरीक्षण तथा ज्ञानवर्धक कार्यों में व्यतीत
होगा। घर में मांगलिक कार्यों की रूपरेखा बनेगी और जीवन के प्रति आपका रवैया
सकारात्मक रहेगा।
नेगेटिव- युवा वर्ग अपनी आर्थिक
स्थिति को लेकर असंतुष्ट रहेंगे। अभी उन्हें और अधिक मेहनत करने की आवश्यकता है।
बनते कार्यों में अचानक रुकावटें आने से मन कुछ परेशान रहेगा। किसी प्रकार की
दुर्घटना होने की भी आशंका है। वाहन सावधानी पूर्वक चलाएं।
व्यवसाय- महिला वर्ग अपने
व्यवसाय के प्रति जागरुक रहेंगी और उचित परिणाम भी हासिल होंगे। किसी व्यवसायिक
यात्रा का भी प्लान बन सकता है। इस समय पब्लिक रिलेशन तथा मीडिया संबंधी
गतिविधियों में लाभदायक स्थितियां बन रही हैं।
लव- पति-पत्नी के बीच किसी
छोटी सी बात को लेकर नोकझोंक रह सकती है। किसी बाहरी व्यक्ति का हस्तक्षेप अपने
पारिवारिक जीवन पर ना होने दें।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य की
दृष्टि से समय उत्तम नहीं है। स्वभाव में चिड़चिड़ापन रहेगा। मेडिटेशन करने में भी
समय व्यतीत करें।
भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 7
मकर - पॉजिटिव- अपनी
दिनचर्या को अनुशासित तथा आत्म नियंत्रित रखने से कई रुके हुए काम गति पकड़ेंगे।
सोच समझकर लिया गया फैसला आगे चलकर लाभदायक रहेगा। इस दौरान संगीत साहित्य व
कलात्मक कार्यों में भी आपका आकर्षण बढ़ेगा।
नेगेटिव- परंतु ख्याली
दुनिया से बाहर निकलने की जरूरत है। बहुत अधिक सोच-विचार करने से कई महत्वपूर्ण
चीजें हाथ से निकल जाती हैं। जमीन जायदाद के मामलों में विवाद बढ़ सकता है। इसलिए
इन कार्यों को स्थगित ही रखें।
व्यवसाय- आर्थिक स्थिति
सुदृढ़ बनेगी। परंतु व्यवसाय संबंधी कार्यों में अपरिचित से अधिक व्यवहार ना बढ़ाएं।
तथा सहयोगियों से अपना कार्य धैर्य व ठंडे दिमाग से निकलवाए। कार्य स्थल के माहौल
में पॉजिटिव सुधार आने से सुकून भरा वातावरण रहेगा।
लव- प्रेम संबंधों में
मधुरता रहेगी तथा विवाह में परिणित होने संबंधी योजना भी बनेगी।
स्वास्थ्य- स्वास्थ्य उत्तम
रहेगा। तथा शारीरिक ऊर्जा और विश्वास भी बना रहेगा।
भाग्यशाली रंग- सफेद, भाग्यशाली अंक- 9
कुंभ - पॉजिटिव- इस समय
अवसरवादी होकर आप एक-एक अवसर का भरपूर लाभ उठाएंगे तथा सूझबूझ व बुद्धिमता से हर
समस्या का हल प्राप्त करने में भी सक्षम रहेंगे। आपकी प्रतिभा व छवि खुलकर लोगों
के सामने आएगी।
नेगेटिव- किसी अप्रिय घटना
की वजह से मन उदास रहेगा। आर्थिक मामलों में आपको पूरी सावधानी बरतने की आवश्यकता
है अगर वाहन चलाते हैं तो बहुत अधिक ध्यान रखें। संतान से संबंधित किसी प्रकार की
चिंता रह सकती है।
व्यवसाय- कार्यक्षेत्र में
काम करने का जोश और जज्बा आप में गजब का रहेगा। मुश्किल समस्या का हल पाने में
समर्थ रहेंगे। इसलिए पूरा ध्यान अपने काम पर केंद्रित रखें। ध्यान रखें की
साझेदारी संबंधी कार्यों में किसी प्रकार का तनाव उत्पन्न हो सकता है।
लव- प्रेम प्रसंगों में
सफलता मिलेगी। परंतु आपको कहीं ना कहीं पारिवारिक जीवन मे तालमेल बनाकर रखने में
दिक्कत रहेगी।
स्वास्थ्य- पिछले कुछ समय
से चल रही स्वास्थ्य संबंधी परेशानी में सुधार आएगा। आज आप अपने आपको पूर्ण स्वस्थ
महसूस करेंगे।
भाग्यशाली रंग- हरा, भाग्यशाली अंक- 6
मीन - पॉजिटिव- रुपए की आवक
के लिहाज से समय श्रेष्ठ है। आपकी योग्यता के अनुरूप उचित परिणाम भी हासिल होंगे।
किसी संत या अपने गुरु के सानिध्य में रहना आप को शांति प्रदान करेगा। बच्चे
आज्ञाकारी बने रहेंगे।
नेगेटिव- परंतु आपके स्वभाव
में कठोरता अन्य लोगों के लिए परेशानी का कारण बन सकती है। आपकी जिम्मेदारियां बढ़ेंगी।
और उनको ठीक से निभा ना पाने की वजह से आप में चिड़चिड़ापन रहेगा। किसी प्रकार की भी
यात्रा ना करें। आपके लिए नुकसानदायक साबित हो सकती हैं।
व्यवसाय- निवेश संबंधी
आर्थिक गतिविधियों में व्यस्तता रहेगी। सहकर्मी तथा अधीनस्थ कर्मचारियों का पूरा
सहयोग रहेगा। अफसर आपके काम से खुश रहेंगे। किसी भी गैर कानूनी काम को करने से
बचें अन्यथा कहीं बुरी तरह फंस सकते हैं।
लव- पति-पत्नी के बीच अहम
को लेकर टकराव उत्पन्न हो सकता है। बेहतर होगा कि आप शांतिपूर्ण तरीके से समस्या
को सुलझाएं।
स्वास्थ्य- खांसी, जुकाम जैसी शिकायत रहेगी।
आयुर्वेदिक इलाज आपके लिए उत्तम रहेगा।
भाग्यशाली रंग- बादामी, भाग्यशाली अंक- 5
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
दिनांक 16 को जन्मे व्यक्ति का मूलांक
7 होगा। इस
अंक से प्रभावित व्यक्ति अपने आप में कई विशेषता लिए होते हैं। यह अंक वरूण ग्रह से
संचालित होता है। आप खुले दिल के व्यक्ति हैं। आपकी प्रवृत्ति जल की तरह होती है।
जिस तरह जल अपनी राह स्वयं बना लेता है वैसे ही आप भी तमाम बाधाओं को पार कर अपनी
मंजिल पाने में कामयाब होते हैं। आप पैनी नजर के होते हैं। किसी के मन की बात
तुरंत समझने की आपमें दक्षता होती है।
शुभ दिनांक : 7, 16, 25
शुभ अंक : 7, 16, 25, 34
शुभ वर्ष : 2023
ईष्टदेव : भगवान शिव तथा
विष्णु
शुभ रंग : सफेद, पिंक, जामुनी, मेहरून
कैसा रहेगा यह वर्ष
आपके कार्य में तेजी का
वातावरण रहेगा। आपको प्रत्येक कार्य में जुटकर ही सफलता मिलेगी। व्यापार-व्यवसाय
की स्थिति उत्तम रहेगी। अधिकारी वर्ग का सहयोग मिलेगा। नौकरीपेशा व्यक्तियों के
लिए समय सुखकर रहेगा। नवीन कार्य-योजना शुरू करने से पहले केसर का लंबा तिलक लगाएं
व मंदिर में पताका चढ़ाएं।
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