मंगलवार, 01 सितंबर को दस दिवसीय गणेशोत्सव का अंतिम दिन है। इस दिन की गई गणेश पूजा से घर में सुख-समृद्धि यानी रिद्धि और सिद्धि का प्रवेश होता है। गणेशजी की कृपा से सभी दुख दूर हो जाते हैं।
Aaj 30-8-2020 Ka Panchang
आज का हिन्दू पंचांग
दिनांक 30 अगस्त 2020
दिन - रविवार
विक्रम संवत - 2077 (गुजरात - 2076)
शक संवत - 1942
अयन - दक्षिणायन
ऋतु - शरद
मास - भाद्रपद
पक्ष - शुक्ल
तिथि - द्वादशी सुबह 08:21 तक तत्पश्चात त्रयोदशी
नक्षत्र - उत्तराषाढा दोपहर 01:52 तक तत्पश्चात श्रवण
योग - सौभाग्य दोपहर 01:59 तक तत्पश्चात शोभन
राहुकाल - शाम 05:09 से शाम 06:42 तक
सूर्योदय - 06:22
सूर्यास्त - 18:55
दिशाशूल - पश्चिम दिशा में
व्रत पर्व विवरण - प्रदोष व्रत
विशेष - द्वादशी को पूतिका(पोई) अथवा त्रयोदशी को बैंगन नही खाना होता है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-34)
रविवार के दिन ब्रह्मचर्य पालन करे तथा तिल का तेल खाना और लगाना निषिद्ध है।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, ब्रह्म खंडः 27.29-38)
रविवार के दिन मसूर की दाल, अदरक और लाल रंग का साग नहीं खाना चाहिए।(ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75.90)
रविवार के दिन काँसे के पात्र में भोजन नहीं करना चाहिए। (ब्रह्मवैवर्त पुराण, श्रीकृष्ण खंडः 75)
स्कंद पुराण के अनुसार रविवार के दिन बिल्ववृक्ष का पूजन करना चाहिए। इससे ब्रह्महत्या आदि महापाप भी नष्ट हो जाते हैं।
यहां 01 सितंबर के लिए खास उपाय...
ऐसे करें गणेश पूजासुबह जल्दी उठें और स्नान के बाद गणेशजी की पूजा करें। पूजा में श्रीगणेश को सिंदूर, चंदन, जनेऊ, दूर्वा, लड्डू या गुड़ से बनी मिठाई का भोग लगाएं। धूप व दीप लगाकर आरती करें।
पूजन में इस मंत्र का जप करें-
मंत्र- प्रातर्नमामि चतुराननवन्द्यमानमिच्छानुकूलमखिलं च वरं ददानम्।
तं तुन्दिलं द्विरसनाधिपयज्ञसूत्रं पुत्रं विलासचतुरं शिवयो: शिवाय।।
प्रातर्भजाम्यभयदं खलु भक्तशोकदावानलं गणविभुं वरकुञ्जरास्यम्।
अज्ञानकाननविनाशनहव्यवाहमुत्साहवर्धनमहं सुतमीश्वरस्य।।
इस मंत्र का अर्थ यह है कि मैं ऐसे देवता का पूजन करता हूं, जिनकी पूजा स्वयं ब्रह्मदेव करते हैं। ऐसे देवता, जो मनोरथ सिद्धि करने वाले हैं, भय दूर करने वाले हैं, शोक का नाश करने वाले हैं, गुणों के नायक हैं, गजमुख हैं, अज्ञान का नाश करने वाले हैं। मैं शिव पुत्र श्री गणेश का सुख-सफलता की कामना से भजन, पूजन और स्मरण करता हूं।
लक्ष्मी-विनायक मंत्र का जप करें
दन्ताभये चक्र दरो दधानं, कराग्रस्वर्णघटं त्रिनेत्रम्।
धृताब्जया लिंगितमब्धिपुत्रया लक्ष्मी गणेशं कनकाभमीडे।।
श्रीं गं सौम्याय गणपतये वर वरदे सर्वजनं में वशमानय स्वाहा।।
यदि आप लक्ष्मी कृपा चाहते हैं तो पूजा में इस लक्ष्मी-विनायक मंत्र का जप कम से कम 108 बार करें। मंत्र जप के लिए कमल के गट्टे की माला का उपयोग करना चाहिए।
ध्यान रखें मंत्र का जप सही उच्चारण के साथ करना चाहिए।
यदि आप इस मंत्र का जप नहीं कर पा रहे हैं तो इन सरल मंत्रों का जप कर सकते हैं।
श्रीगणेश मंत्र- ॐ महोदराय नम:। ॐ विनायकाय नम:।
महालक्ष्मी मंत्र- ॐ महालक्ष्म्यै नम:। ॐ दिव्याये नम:
अनंत चतुर्दशी
01 सितम्बर 2020 मंगलवार को अंनत चतुर्दशी है ।
भाद्रपद मास के शुक्लपक्ष की चतुर्दशी को अनन्त चतुर्दशी कहा जाता है। इस दिन अनन्त भगवान की पूजा करके संकटों से रक्षा करने वाला अनन्तसूत्र बांधा जाता है।
कहा जाता है कि जब पाण्डव जुएं में अपना सारा राज-पाट हारकर वन में कष्ट भोग रहे थे, तब भगवान श्रीकृष्ण ने उन्हें अनन्तचतुर्दशी का व्रत करने की सलाह दी थी। धर्मराज युधिष्ठिर ने अपने भाइयों तथा द्रौपदी के साथ पूरे विधि-विधान से यह व्रत किया तथा अनन्तसूत्रधारण किया। अनन्तचतुर्दशी-व्रत के प्रभाव से पाण्डव सब संकटों से मुक्त हो गए।
व्रत-विधान-व्रतकर्ता प्रात:स्नान करके व्रत का संकल्प करें। शास्त्रों में यद्यपि व्रत का संकल्प एवं पूजन किसी पवित्र नदी या सरोवर के तट पर करने का विधान है, तथापि ऐसा संभव न हो सकने की स्थिति में घर में पूजागृह की स्वच्छ भूमि पर कलश स्थापित करें। कलश पर शेषनाग की शैय्यापर लेटे भगवान विष्णु की मूर्ति अथवा चित्र को रखें। उनके समक्ष चौदह ग्रंथियों (गांठों) से युक्त अनन्तसूत्र (डोरा) रखें। इसके बाद “ॐ अनन्तायनम:” मंत्र से भगवान विष्णु तथा अनंतसूत्र की षोडशोपचार-विधिसे पूजा करें। पूजनोपरांत अनन्तसूत्र को मंत्र पढकर पुरुष अपने दाहिने हाथ और स्त्री बाएं हाथ में बांध लें-
अनंन्तसागर महासमुद्रे मग्नान्समभ्युद्धर वासुदेव।
अनंतरूपे विनियोजितात्माह्यनन्तरूपाय नमो नमस्ते॥
अनंतसूत्र बांध लेने के पश्चात किसी ब्राह्मण को नैवेद्य (भोग) में निवेदित पकवान देकर स्वयं सपरिवार प्रसाद ग्रहण करें। पूजा के बाद व्रत-कथा को पढें या सुनें। कथा का सार-संक्षेप यह है- सत्ययुग में सुमन्तु नाम के एक मुनि थे। उनकी पुत्री शीला अपने नाम के अनुरूप अत्यंत सुशील थी। सुमन्तु मुनि ने उस कन्या का विवाह कौण्डिन्यमुनि से किया। कौण्डिन्यमुनि अपनी पत्नी शीला को लेकर जब ससुराल से घर वापस लौट रहे थे, तब रास्ते में नदी के किनारे कुछ स्त्रियां अनन्त भगवान की पूजा करते दिखाई पडीं। शीला ने अनन्त-व्रत का माहात्म्य जानकर उन स्त्रियों के साथ अनंत भगवान का पूजन करके अनन्तसूत्र बांध लिया। इसके फलस्वरूप थोडे ही दिनों में उसका घर धन-धान्य से पूर्ण हो गया।
कथा
एक दिन कौण्डिन्य मुनि की दृष्टि अपनी पत्नी के बाएं हाथ में बंधे अनन्तसूत्र पर पडी, जिसे देखकर वह भ्रमित हो गए और उन्होंने पूछा-क्या तुमने मुझे वश में करने के लिए यह सूत्र बांधा है? शीला ने विनम्रतापूर्वक उत्तर दिया-जी नहीं, यह अनंत भगवान का पवित्र सूत्र है। परंतु ऐश्वर्य के मद में अंधे हो चुके कौण्डिन्यने अपनी पत्नी की सही बात को भी गलत समझा और अनन्तसूत्रको जादू-मंतर वाला वशीकरण करने का डोरा समझकर तोड दिया तथा उसे आग में डालकर जला दिया। इस जघन्य कर्म का परिणाम भी शीघ्र ही सामने आ गया। उनकी सारी संपत्ति नष्ट हो गई। दीन-हीन स्थिति में जीवन-यापन करने में विवश हो जाने पर कौण्डिन्यऋषि ने अपने अपराध का प्रायश्चित करने का निर्णय लिया। वे अनन्त भगवान से क्षमा मांगने हेतु वन में चले गए। उन्हें रास्ते में जो मिलता वे उससे अनन्तदेवका पता पूछते जाते थे। बहुत खोजने पर भी कौण्डिन्यमुनि को जब अनन्त भगवान का साक्षात्कार नहीं हुआ, तब वे निराश होकर प्राण त्यागने को उद्यत हुए। तभी एक वृद्ध ब्राह्मण ने आकर उन्हें आत्महत्या करने से रोक दिया और एक गुफामें ले जाकर चतुर्भुज अनन्तदेव का दर्शन कराया।
भगवान ने मुनि से कहा-तुमने जो अनन्तसूत्र का तिरस्कार किया है, यह सब उसी का फल है। इसके प्रायश्चित हेतु तुम चौदह वर्ष तक निरंतर अनन्त-व्रत का पालन करो। इस व्रत का अनुष्ठान पूरा हो जाने पर तुम्हारी नष्ट हुई सम्पत्ति तुम्हें पुन:प्राप्त हो जाएगी और तुम पूर्ववत् सुखी-समृद्ध हो जाओगे। कौण्डिन्यमुनि ने इस आज्ञा को सहर्ष स्वीकार कर लिया। भगवान ने आगे कहा-जीव अपने पूर्ववत् दुष्कर्मो का फल ही दुर्गति के रूप में भोगता है।मनुष्य जन्म-जन्मांतर के पातकों के कारण अनेक कष्ट पाता है। अनन्त-व्रत के सविधि पालन से पाप नष्ट होते हैं तथा सुख-शांति प्राप्त होती है। कौण्डिन्यमुनि ने चौदह वर्ष तक अनन्त-व्रत का नियमपूर्वक पालन करके खोई हुई समृद्धि को पुन:प्राप्त कर लिया।
हर वर्ष पूर्वजों को तर्पण और उनके प्रति श्रद्धा भाव व्यक्त करने लिए हिंदू पंचांग के अनुसार भाद्रपद पूर्णिमा तिथि से लेकर आश्विन माह की सर्वपितृ अमावस्या तक का समय पितृपक्ष कहलाता है। पूर्वजों को श्रद्धासुमन अर्पित करने का यह महापर्व आरंभ होने जा रहा है। पितृपक्ष के दौरान हमारे पूर्वज पितरलोक से धरती पर अपने प्रियजनों के पास आते हैं। ऐसे में पितृ पक्ष पर उनके प्रति सम्मान और आदरभाव दिखाने के लिए उन्हें तर्पण दिया जाता है। मान्यता है कि पितृपक्ष पर श्राद्ध कर्म करने पर पितृदोषों से मुक्ति मिल जाती है। पितृपक्ष में जब पितरदेव धरती पर आते हैं उन्हें प्रसन्न कर फिर से पितरलोक में विदा किया जाता है।
ऐसे में पितृपक्ष के दौरान कुछ विशेष सावधानियां बरतनी चाहिए।
1- श्राद्ध पक्ष में अगर कोई भोजन पानी मांगने आए तो उसे खाली हाथ नहीं जाने दें। मान्यता है कि पितर किसी भी रूप में अपने परिजनों के बीच में आते हैं और उनसे अन्न पानी की चाहत रखते हैं।
2- गाय, कुत्ता, बिल्ली, कौआ इन्हें श्राद्ध पक्ष में मारना नहीं चाहिए, बल्कि इन्हें खाना देना चाहिए।
3- मांसाहारी भोजन जैसे मांस, मछली, अंडा के सेवन से परहेज करना चाहिए। शराब और नशीली चीजों से बचें।
4- परिवार में आपसी कलह से बचें। ब्रह्मचर्य का पालन करें, इन दिनों स्त्री पुरुष संबंध से बचना चाहिए।
5- नाखून, बाल एवं दाढ़ी मूंछ नहीं बनाना चाहिए या अति जरूरी हो तो बनाना चाइये। क्योंकि श्राद्ध पक्ष पितरों को याद करने का समय होता है। यह एक तरह से शोक व्यक्त करने का तरीका है।
6- पितृपक्ष के दौरान जो भी भोजन बनाएं उसमें से एक हिस्सा पितरों के नाम से निकालकर गाय या कुत्ते को खिला दें।
7- भौतिक सुख के साधन जैसे स्वर्ण आभूषण, नए वस्त्र, वाहन इन दिनों खरीदना अच्छा नहीं माना गया है, क्योंकि यह शोक काल होता है।
8 - पितृपक्ष के दौरान किसी भी परिस्थिति में झूठ न बोले और कटु वचन से किसी को दुख पहुंचाएं।
9 - पितृपक्ष के दौरान इस बात का विशेष ध्यान रखें कि घर का कोई भी कोना अंधेरे में न रहे।
10- पितृपक्ष में कुल की मर्यादा के विरुद्ध कोई आचरण न करें।
पूर्णिमा का श्राद्ध
ज्योतिषशास्त्र के अनुसार किसी व्यक्ति की मृत्यु पूर्णिमा को हो तो उसका श्राद्ध भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को करना चाहिए। इसमें दादा-दादी, परदादी और नाना-नानी का श्राद्ध करना चाहिए।
भरणी का श्राद्ध
चतुर्थी तिथि पर भरणी नक्षत्र होने के कारण भरणी का श्राद्ध कहा जाता है। भरणी नक्षत्र में पितरों का पार्वण श्राद्ध करने का विशेष महत्व है। नवमी तिथि को सौभाग्यवती स्त्रियों का श्राद्ध किया जाता है।
संन्यासियों का श्राद्ध
संन्यासियों का श्राद्ध पार्वण पद्धति से द्वादशी में किया जाता है। भले ही इनकी मृत्यु तिथि कोई भी क्यों न हो।मघा का श्राद्ध
मघा नक्षत्र होने के कारण मघा का श्राद्ध होता है। जिनकी जन्मकुंडली में पितृदोष के कारण घर परिवार में और पति पत्नी में क्लेश अशांति हो तो वह शांत हो जाता है। घर में सुख शांति रहती है।
अकाल मृत्यु वालों का श्राद्ध
वाहन दुर्घटना, सांप के काटने से, जहर के खाने से अकाल मृत्यु के कारण जिसकी मृत्यु हुई हो उसका श्राद्ध चतुर्दशी तिथि में करना चाहिए। चतुर्दशी तिथि में मरने वालों का श्राद्ध चतुर्दशी में नहीं करना चाहिए। किसी व्यक्ति की मृत्यु पूर्णिमा को हो तो उसका श्राद्ध भाद्र शुक्ल पूर्णिमा को करना चाहिए। इसमें दादा-दादी, परदादी और नाना-नानी का श्राद्ध करना चाहिए
आज का राशिफल
अपनी राशि के अनुसार जानिए क्या कहता है आपका राशिफल।
प्रत्येक राशि का राशिफल चंद्र ग्रह की गणना पर आधारित होता है। राशिफल को निकालते समय पंचांग की गणना और सटीक खगोलीय विवरण का विश्लेषण किया जाता है। वैदिक पूजन के द्वारा दैनिक राशिफल में बारह राशियों का भविष्यफल बताया जाता है। यहाँ पर दिये गए राशिफल को पढ़कर आप अपनी रोजाना की योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है । इस राशिफल में आपके लिए व्यापार, लेन-देन, नौकरी, परिवार, सेहत और मित्रों के साथ संबंध एवं दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।
आज का राशिफल
अपनी राशि के अनुसार जानिए क्या कहता है आपका राशिफल।
प्रत्येक राशि का राशिफल चंद्र ग्रह की गणना पर आधारित होता है।
राशिफल को निकालते समय पंचांग की गणना और सटीक खगोलीय विवरण का विश्लेषण किया जाता है। वैदिक पूजन के द्वारा दैनिक राशिफल में बारह राशियों का भविष्यफल बताया जाता है।
अब सुख दूर नहीं। समाधान आपके व्हाट्सप्प पर
यहाँ पर दिये गए राशिफल को पढ़कर आप अपनी रोजाना की योजनाओं को सफल बनाने में कामयाब हो सकते है । इस राशिफल में आपके लिए व्यापार, लेन-देन, नौकरी, परिवार, सेहत और मित्रों के साथ संबंध एवं दिन भर में होने वाली शुभ-अशुभ घटनाओं के बारे में सम्पूर्ण जानकारी दी जाती है।
अब सुख दूर नहीं। समाधान आपके व्हाट्सप्प पर |
आज अपना काम में फोकस बनाए रखें और अपना काम ईमानदारी से करते रहें, आपको किसी की बात से विचलित होने की आवश्यकता नहीं है। यदि किसी की बात या नियत पर शक हो तो अपने अंतर्मन की आवाज़ अवश्य सुनें और उस कर अमल करें। अपनी सोच पर नियंत्रण रखें। परिस्थिति का समय के साथ हल मिल जाएगा, जितना उसके लिए परेशान होंगे उतना ही अपने लिए बाधाएं उत्पन्न करेंगे।
करियर - किसी की बातों से बहुत प्रभावित न हों। यदि किसी की बात या नियत पर शक हो तो अपने अंतर्मन की आवाज़ अवश्य सुनें और उस पर अमल करें।
प्रियजनों के साथ किसी बात को लेकर अनबन हो सकती है जिसके चलते रिश्तों में कटुता आ सकती है। अपनी बात खुल कर कहने का प्रयास करें।
हेल्थ - यदि किसी रोग से जूझ रहे हैं तो एक सेकंड ओपिनियन किसी दूसरे डॉक्टर से लें। लाभ होगा।
वृषभ -
आज का काम आपके लिए अपनी क्षमता और योग्यता की परीक्षा वाला हो सकता है। आप खुद को आजमाना चाहेंगे। आपको कुछ कामों में देरी का सामना करना पड़ सकता है, या कुछ काम थोड़े समय के लिए अटक सकते हैं। आपको थोड़ा धैर्य के साथ काम लेना होगा। आपके परिजन और प्रियजन आप पर पूरा भरोसा जताएंगे। आपको अपनी क्षमताओं पर भरोसा रखना होगा। परिस्थितियां आपके पक्ष में बनेंगी।
करियर - काम में देरी हो सकती है। कार्यालय के लोग आपको निराश कर सकते हैं, शांत और सामान्य रहें।
- प्रोफेशनल कामों में भी आपको जीवनसाथी का बेहतर सहयोग मिल सकता है।
हेल्थ - दांत या दाढ़ का दर्द आज आपको परेशान कर सकता है।
मिथुन -
आज का दिन आपके लिए दुनिया से जुड़ने का है। आप उन लोगों से मिल सकते हैं या बात कर सकते हैं जो किन्हीं दूर स्थानों पर बसे हैं। आपके सामने कोई बहुत ही शानदार प्रस्ताव आ सकते हैं। ये समय है अपनी क्षमताओं पर गहराई से विचार करने और नई संभावनाओं के लिए अपने आपको अपडेट करने का। आपको अपनी बातचीत में काफी स्पष्ट तरीके से अपना पक्ष रखना होगा।
करियर - काम पर नए देश में जाने की संभावनाएं हैं। अपनी नौकरी में अच्छा करने के लिए अपने कौशल को अपग्रेड करें।
आपके साथी के साथ गलतफहमी हो सकती है, अपने संवाद स्पष्ट रखें।
हेल्थ - गर्दन का दर्द आपके लिए परेशानी का कारण हो सकता है।
कर्क -
आज का दिन आपके लिए मिलजुल कर काम करने और सफलता पाने का रह सकता है। आपको कुछ मामलों में अपने लोगों की सलाह की आवश्यकता पड़ सकती है। आपको मित्रों से सहयोग मिलेगा और आप उन पर कुछ चीजों के लिए निर्भर रह सकते हैं। अपने लोगों की बात ध्यान से सुनें और सोच-समझकर ही किसी बात पर फैसला करें। आपके कुछ निर्णय आपके भविष्य के लिए मील का पत्थर साबित हो सकते हैं।
करियर - दोस्त आपके लिए मार्गदर्शन के लिए आ सकते हैं। अच्छे फैसले लेने की आपकी क्षमता आपको करियर में आगे बढ़ने में मदद करती है।
- आज आपको अपने साथी की बात को गंभीरता से सुनना और समझना होगा।
हेल्थ - आज मांसपेशियों में खिंचाव या दर्द से आपको समस्या हो सकती है।
सिंह -
आज का दिन आपके लिए आर्थिक हानि की ओर इशारा कर रहा है। धन संबंधी मामलों में कोई भी फैसला लेने से पहले आपको काफी सोच-विचार करना होगा। आपको उधार पैसा लेने और देने दोनों ही मामलों में बचना पड़ेगा। अगर आप वित्तीय मामलों में लापरवाही रखेंगे तो संभव है कि आपको काफी नुकसान उठाना पड़ सकता है, साथ ही कुछ लोगों से आपके संबंध भी खराब हो सकते हैं। इस कारण थोड़ा सावधान रहें।
करियर - वित्त की स्थिति अच्छी रहेगी। दोस्तों को पैसे उधार देने का अच्छा समय नहीं है, क्योंकि आप इसे वापस पाने में सक्षम नहीं हो सकते हैं।
अपने साथी को कुछ ऐसा उपहार दें जो उन्हें पसंद हो, वे इस रिश्ते को काम करने के लिए आपके द्वारा किए गए प्रयासों की सराहना करते हैं।
हेल्थ - माइग्रेन या सिरदर्द की समस्या आपको परेशान कर सकती है।
कन्या -
आज का दिन आपके लिए बहुत ही रचनात्मक हो सकता है। आपके साथी आपकी समस्या सुलझाने के कौशल की तारीफ करेंगे। आपके समस्याओं के साथ डील करने का तरीका काफी प्रशंसनीय हो सकता है। आपको अपने ईगो से बचना होगा। कुछ समय खुद के लिए निकाल कर वो काम करें जो आपको मानसिक शांति और प्रोत्साहन देता है। अपने शौक को जिंदा रखने के लिए यह एक आवश्यक कदम है।
करियर - आपका उत्साह और रचनात्मकता आपको प्रगति करने में मदद कर सकती है।
- अपने साथी के साथ पेंटिंग या बागवानी जैसी मजेदार गतिविधि आपको एक दूसरे को बेहतर ढंग से समझने में मदद करेगी।
हेल्थ - बाहर खाने से बचें, आपको फूड पॉइज़निंग के आशंका हो सकती है।
तुला -
आज आप काफी व्यस्त रहेंगे। समय की कमी के कारण आपको कुछ काम टालने भी पड़ सकते हैं और एक समय में कई काम करने पड़ सकते हैं, या एक काम खत्म होते ही आपको कोई और काम मिल सकता है। अपने आपको इस परिस्थिति के लिए मानसिक रुप से तैयार रखें। आपके पार्टनर्स या बॉस आपके काम के तरीकों से काफी संतुष्ट और प्रसन्न रहेंगे। ये आपके अच्छे भविष्य के लिए बेहतर संकेत है।
करियर- आपके वरिष्ठों में आपकी की बहुत मांग रहेगी। आपके पास अपने कार्यों को पूरा करने के लिए सही कौशल है, इसका उपयोग करें।
- आप अपने साथी से चिड़चिड़े लगते हैं, शांत रहें। आपका साथी आपकी हर बात सुनेगा
हेल्थ - अपने काम को अधिक मात्रा में न करें, आपको कमर या पीठ में समस्या हो सकती है।
वृश्चिक -
आज का दिन आपके कुछ अफरा-तफरी भरा रह सकता है। आपको कामों को सही अंजाम तक पहुंचाने के लिए कुछ अतिरिक्त भागदौड़ करनी पड़ सकती है। कुछ जरूरी कामों के लिए आपको काफी ट्रेवलिंग करनी पड़ सकती है। अपने आप को इसके लिए तैयार रखें। कुछ कामों के लिए आपके मित्र और साथी आप पर आश्रित हो सकते हैं। किसी मामले में आपको संतोष का भाव दिखाना पड़ सकता है। इसके लिए तैयार रहें।
करियर - काम से लिए पर यात्रा की संभावना है। आपकी टीम आपकी ओर देखती है, क्योंकि आपका काम के प्रति बहुत अच्छा रवैया है।
आपका साथी हाथ से लिखे नोट्स और अक्षरों जैसी छोटी चीजों की सराहना करता है। वही करें जो उन्हें खुश करे।
हेल्थ - आपकी मांसपेशियों के साथ समस्या हो सकती है।
धनु -
आज का दिन आपके लिए परिस्थितियों को काफी परिपक्वता के साथ संभालने का है। किसी मामले में आप अपेक्षा के विपरीत काफी कम समय में बेहतर परिणाम हासिल कर सकते हैं, इससे आपको काफी प्रशंसा मिलेगी। आज आपकी प्रोडक्टिविटी काफी हाई रहेगी, जिसका फायदा आपको जॉब और बिजनेस दोनों में मिल सकता है। अपने आप को पूरी तरह सकारात्मक रखें और अपने टारगेट पर फोकस रहें।
करियर - आपके बॉस आपके ज्ञान और चीजों को जल्द पूरा करने की क्षमता की सराहना करते हैं। अधिक सुसंगत होकर अपनी प्रतिष्ठा बनाए रखें।
अपने साथी के साथ किसी समय अच्छा गुजरेगा है। अविवाहितों के लिए भी समय अच्छा रहने वाला है।
हेल्थ - आंख का संक्रमण आपकी समस्या बढ़ा सकता है।
मकर –
आज का दिन आपके लिए कुछ जिम्मेदारियों के साथ शुरुआत वाला हो सकता है। आपके लिए कुछ मामलों में बहुत धैर्य रखना पड़ सकता है। कुछ कामों में विलंब होने से आप परेशान हो सकते हैं या गुस्सा कर सकते हैं। इससे बचने की कोशिश करें। आपको अपने टारगेट पर फोकस करना होगा। इसके लिए छोटी-छोटी गलतियों को सुधारते हुए आगे बढ़ने का दिन है। अपने लोगों से खुलकर बात करें और उन्हें प्रोत्साहित करें।
करियर - आज आपका दिन ऑफिस में नहीं हो सकता, क्योंकि काम में देरी हो रही है। सकारात्मक रहें, आपके लक्ष्य प्राप्त होंगे।
आप अपने साथी के साथ बहुत अच्छी समझ रखते हैं। उनके साथ अपनी रूचि साझा करें।
हेल्थ - बालों का गिरना आपको चिंतित कर सकता है।
कुंभ -
आज का दिन आपके लिए कुछ निराशा से भरा हो सकता है। चीजें आपके नियंत्रण में नहीं रहेंगी। कुछ लोगों द्वारा आपको चुनौती भी मिल सकती है। आपके कुछ प्रस्ताव अस्वीकृत हो सकते हैं। आपको अपने टारगेट को पाने के लिए काफी पॉजिटिव एटिट्यूड रखना होगा। आपको अपने मूड को थोड़ा लाइट रखने के लिए अपने प्रियजनों के साथ कुछ समय गुजारना चाहिए, इससे आपको मानसिक शक्ति और सकारात्मका का आभास होगा।
करियर - करियर में आप निराश रह सकते हैं। सकारात्मक रहें, परिस्थितियां जल्दी ही आपके अनुकूल होंगी।
आज आपका समय जीवनसाथी के साथ काफी अच्छा गुजरेगा। प्रेमियों के लिए भी दिन काफी अच्छा है।
हेल्थ - अपने प्रोटीन का सेवन बढ़ाएं, क्योंकि आप ज्यादातर समय थकान महसूस करते हैं।
मीन –
आज का दिन आपके कामों में कुछ रुकावट और परेशानियों वाला हो सकता है। आपके काम करने के तरीकों की लोग तारीफ करेंगे लेकिन कुछ प्रतिद्वंद्वी आपके कामों पर आपत्ति भी ले सकते हैं। आपको काफी सारा समय दफ्तर या बिजनेस से जुड़े कुछ मुद्दों को सुलझाने के लिए देना पड़ सकता है। आपकी कार्यक्षमताओं की सराहना होगी। आपको कुछ पुरानी बातों को भूलकर आगे बढ़ने की सलाह कार्ड्स दे रहे हैं।
करियर - आज आपको बैठकों में व्यस्त रहना पड़ सकता है। आपके प्रस्तुति कौशल को आपके वरिष्ठों द्वारा सराहा जाता है।
अतीत से आगे बढ़ें, किसी नए व्यक्ति से मिलने की संभावना है जो आपके साथ अच्छा हो और आपसे प्यार करता हो।
हेल्थ - आज आपको ज्यादा से ज्यादा लिक्विड डाइट पर रहना होगा
जिनका आज जन्मदिन है उनको हार्दिक शुभकामनाएं
अंक ज्योतिष के अनुसार आपका मूलांक तीन आता है। यह बृहस्पति का प्रतिनिधि अंक है। ऐसे व्यक्ति निष्कपट, दयालु एवं उच्च तार्किक क्षमता वाले होते हैं। अनुशासनप्रिय होने के कारण कभी-कभी आप तानाशाह भी बन जाते हैं। आप दार्शनिक स्वभाव के होने के बावजूद एक विशेष प्रकार की स्फूर्ति रखते हैं। आपकी शिक्षा के क्षेत्र में पकड़ मजबूत होगी। आप एक सामाजिक प्राणी हैं। आप सदैव परिपूर्णता या कहें कि परफेक्शन की तलाश में रहते हैं यही वजह है कि अकसर अव्यवस्थाओं के कारण तनाव में रहते हैं।
शुभ दिनांक : 3, 12, 21, 30
शुभ अंक : 1, 3, 6, 7, 9,
शुभ वर्ष : 2028, 2030, 2031, 2034, 2043, 2049, 2052,
ईष्टदेव : देवी सरस्वती, देवगुरु बृहस्पति, भगवान विष्णु
शुभ रंग : पीला, सुनहरा और गुलाबी
कैसा रहेगा यह वर्ष
आपके लिए यह वर्ष सुखद है। किसी विशेष परीक्षा में सफलता मिल सकती है। नौकरीपेशा के लिए प्रतिभा के बल पर उत्तम सफलता का है। नवीन व्यापार की योजना भी बन सकती है। दांपत्य जीवन में सुखद स्थिति रहेगी। घर या परिवार में शुभ कार्य होंगे। महत्वपूर्ण कार्य से यात्रा के योग भी है। मित्र वर्ग का सहयोग सुखद रहेगा। शत्रु वर्ग प्रभावहीन होंगे।
_______________________________________________
अपने सुझाव देने की कृपा करें। 9431848786
ब्लॉग को फॉलो करें शेयर करें। आप का दिन शुभ हो मंगलमय हो
______________________________________________
No comments:
Post a Comment