18 Jan 2015

पिछले दो दशकों में मीडिया की रूपरेखा में बदलाव आया है-श्री अरुण जेटली


केंद्रीय वित्त, कॉरपोरेट मामलों और सूचना एवं प्रसारण मंत्री श्री अरुण जेटली 18 जनवरी, 2015 को नई दिल्ली में 'स्वतंत्रता और मीडिया की जिम्मेदारी' विषय पर प्रथम न्यायमूर्ति जे. एस. वर्मा मेमोरियल व्याख्यान को संबोधित करते हुए।
The Union Minister for Finance, Corporate Affairs and Information & Broadcasting, Shri Arun Jaitley delivering the 1st Justice J.S. Verma Memorial lecture on the ‘Freedom & Responsibility of Media’, in New Delhi on January 18, 2015.




पिछले दो दशकों में मीडिया की रूपरेखा में बदलाव आया है-श्री अरुण जेटली ने ‘मीडिया की स्‍वतंत्रता एवं उत्‍तरदायित्‍व’ विषय पर ‘प्रथम न्‍यायमूर्ति जे.एस.वर्मा स्‍मारक व्‍याख्‍यान’ दिया
केन्द्रीय वित्‍त, कारपोरेट कार्य एवं सूचना और प्रसारण मंत्री श्री अरुण जेटली ने कहा है कि पिछले दो दशकों में मीडिया की प्रकृति और विषयवस्‍तु तथा समाचार की परिभाषा में बदलावों की वजह से मीडिया की स्‍वतंत्रता एवं उत्‍तरदायित्‍व से संबंधित परम्‍परागत रूपरेखा में बदलाव आया है। आज इलैक्‍ट्रॉनिक मीडिया में समाचार, कैमरे में कैद होने वाली घटना से परिभाषित होने लगे हैं। वर्तमान परिदृश्‍य में, तकनीक इन बदलावों की संचालक शक्ति बन चुकी है। तकनीक का प्रभाव बहुत गहरा है, क्‍योंकि सूचना का प्रसार डिजिटल स्‍पेस सहित विविध तकनीकी उपकरणों और मीडिया प्‍लेटफॉर्म्‍स पर 24x7 हो रहा है। श्री जेटली ने यह बात न्‍यूज ब्रॉडकॉस्‍टर्स एसोसिएशन की ओर से ‘मीडिया की स्‍वतंत्रता एवं उत्‍तरदायित्‍व’ विषय पर आज यहां आयोजित ‘प्रथम न्‍यायमूर्ति जे.एस.वर्मा स्‍मारक व्‍याख्‍यान’ के अवसर पर कही।

श्री जेटली ने कहा कि तकनीकी विकास ने सेंसरशिप के स्‍वरूप को निरर्थक कर दिया है और मीडिया की चुनौतियां स्‍वामित्‍व के स्‍वरूप, पेड न्‍यूज जैसे विकार उत्‍पन्‍न करनेवाली वित्‍तीय वहनीयता और वित्‍तीय मॉडल्‍स के संदर्भ में उसी के भीतर विद्यमान हैं। श्री जेटली ने आगे कहा कि मीडिया के समक्ष गुणवत्‍ता, संवेदनशील मामलों के संबंध में शिक्षक की भूमिका निभाने के उत्‍तरादायित्‍व सहित विश्‍वसनीयता सुनिश्चित करने की चुनौतियां हैं। हितों के टकराव के मामले में भी उच्‍च नैतिक मापदंड बरकरार रखना चुनौतीपूर्ण है, जहां मीडिया को बहुत सावधान रहने की जरूरत है। डिजिटल मीडिया के बारे में श्री जेटली ने कहा कि डिजिटल प्‍लेटफॉर्म को उत्‍तरदायित्‍व के अपने मापदंड विकसित करने चाहिये, क्‍योंकि यह सूचना के प्रसार का वैकल्पिक मंच बनकर उभरा है।

श्री जेटली ने कहा कि सुरक्षा, सामाजिक तनाव, व्‍यक्तियों की निजता और विचाराधीन संकेतार्थों वाले मामलों में मीडिया का उत्‍तरदायित्‍व महत्‍वपूर्ण है। मीडिया को विचाराधीन मामलों की रिपोर्टिंग करते समय समानांतर मुकद्दमे चलाने से बचने की आवश्‍यकता है। श्री जेटली ने मीडिया की स्‍वतंत्रता एवं उत्‍तरदायित्‍व से संबद्ध सभी मामलों पर सभी हितधारकों में रचनात्‍मक विचार विमर्श शुरू किये जाने की जरूरत का भी उल्‍लेख किया।

अपने सम्‍बोधन के दौरान, श्री जेटली ने मानवाधिकारों, महिलाओं की समानता, ईमानदारी और मीडिया की स्‍वतंत्रता के क्षेत्र में समाज की अंतर्रात्‍मा के रक्षक के रूप में न्‍यायमूर्ति जे. एस. वर्मा के उल्‍लेखनीय योगदान को याद किया। 

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